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YesMadam firings | सोशल मीडिया पर वायरल ईमेल पर मचे बवाल के बीच YesMadam ने तोड़ी चुप्पी: ‘किसी को भी नौकरी से नहीं निकाला गया’
घर पर ब्यूटी सर्विस देने वाली स्टार्टअप कंपनी यसमैडम इन दिनों चर्चा में आ गई है। कंपनी के कर्मचारियों ने कहा है कि कंपनी प्रशासन ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है क्योंकि कर्मचारियों ने एक आंतरिक सर्वे में हिस्सा लिया था। इस सर्वे में कर्मचारियों ने जो जानकारी दी है, उसके कारण कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। हालांकि इस खबर के वायरल होने के बाद कंपनी ने बयान जारी कर इन खबरों को बेबुनियाद बताया है।
बता दें कि सोशल मीडिया पर एक पोस्ट आया था, जिसमें कहा गया था कि यसमैडम कंपनी ने उन कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है, जिन्होंने आंतरिक सर्वे में ये कहा था कि वो तनाव में थे। लिंक्डइन पर तीन पन्नों का बयान शेयर करते हुए, कंपनी ने वायरल ईमेल के कारण होने वाली “परेशानी” के लिए माफ़ी मांगी है। इसमें दिखाया गया था कि तनावग्रस्त कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया गया था।
बता दें कि यसमैडम कंपनी ने वायरल पोस्ट पर स्पष्टिकरण शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया। इस पोस्ट में लिखा कि यसमैडम में किसी को नौकरी से नहीं निकाला गया। हम स्पष्ट कर दें: हम कभी भी ऐसा अमानवीय कदम नहीं उठाएंगे।” कंपनी ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट “कार्यस्थल पर तनाव के गंभीर मुद्दे” को उजागर करने के लिए ये एक प्लान किया गया कदम था।
कंपनी ने कहा, “क्या यसमैडम के कर्मचारियों को वास्तव में तनाव के कारण नौकरी से निकाला गया था? बिल्कुल नहीं,” यह स्पष्ट करते हुए कहा गया कि कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकाला गया है बल्कि उन्हें स्ट्रैस फ्री करने, आराम करने और एनर्जी फिर लाने के लिए एक छुट्टी दी गई है।
इसे एक असामान्य मार्केटिंग स्ट्रैटजी बताते हुए कंपनी ने कहा कि वो प्रोडक्टिविटी को पीछे रखेगी। कॉर्पोरेट कार्यक्रम ‘हैप्पी 2 हील’ को शुरू करके एम्प्लॉई वेलफेयर को प्राथमिकता देने की दिशा में काम कर रही है। यस मैडम कंपनी ने कहा कि नए कार्यक्रम में वर्कप्लेस पर हेड मसाज, स्पा सेशन की सुविधा दी जाएगी। ये ऐसा कदम है जिससे कर्मचारियों को स्ट्रेसफ्री होने और एनर्जी हासिल करने में मदद मिलेगी।
इसने “भारत की पहली तनाव मुक्ति अवकाश नीति” की भी घोषणा की, जिसके तहत प्रत्येक कर्मचारी को एक वर्ष में 6 भुगतान सहित तनाव मुक्ति अवकाश दिए जाएंगे, यदि उन्हें अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए अवकाश की आवश्यकता हो, साथ ही घर पर निःशुल्क स्पा सत्र भी दिए जाएंगे।
बयान में कहा गया है, “हमारा दृढ़ विश्वास है कि किसी भी महान संगठन की रीढ़ तनावग्रस्त कंधों पर नहीं बल्कि खुश दिमागों पर टिकी होती है। इसलिए, आइए कर्मचारियों की भलाई को नया मानदंड बनाएं। आइए ऐसे व्यवसाय बनाएं जो देखभाल, सहयोग और करुणा पर आधारित हों। अब यह आप पर निर्भर है, कॉरपोरेट और स्टार्टअप इंडिया। आइए हम सब मिलकर इस रास्ते पर चलें।”