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सर्दियों में कैस्टर ऑयल इस्तेमाल करने के फायदे – winter season me castor oil use karne ke fayde
एक स्टडी में यह साबित हो चुका है कि गठिया से पीड़ित व्यक्तियों के लिए जब कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल किया गया तो उनमें से 92% लोगों ने दर्द में कमी महसूस की। सूजन से लेकर दर्द कम करने तक कैस्टर ऑयल मददगार हो सकता है।
वक्त वह भी होता है जब आप बालों पर हाथ फेरकर ‘कूल’ दिखने की कोशिश कर सकते हैं और वक्त वह भी हो सकता है जब आप बालों पर हाथ फेरने से केवल इस वजह से डरें कि डैंड्रफ ना गिरे। सर्दियों में ये वाला वक्त अक्सर आता है और इसका इलाज़ है कैस्टर ऑयल। लेकिन इसके फ़ायदे यहीं तक सीमित नहीं हैं। आइए जानते हैं कैस्टर ऑयल के फायदे (Castor oil benefits) और इस्तेमाल (How to use castor oil) के बारे में सब कुछ।
क्या है अरंडी का तेल या कैस्टर ऑयल? (Castor oil)
कैस्टर ऑयल अन्य कई तेलों की तरह ही वनस्पति से मिलने वाला तेल ही है। जो कैस्टर यानी अरंडी के पौधे से मिलता है। अरंडी के बीजों से ये तेल तैयार किया जाता है। कैस्टर ऑयल में रिसिनोलेइक एसिड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो एक तरह का फैटी एसिड है। यह एंटीऑक्सीडेंट और पेन किलर है।
नेचुरल थेरेपी के तौर पर कैस्टर ऑयल का यूज पहले से किया जाता रहा है। इजिप्ट में कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल सूखी आंखों को ठीक करने और कब्ज़ से राहत पाने के लिए होता था। आयुर्वेद में, कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल गठिया के दर्द को कम करने के लिए होता है। आज कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल मेडिकल और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में किया जाता है। इसका इस्तेमाल साबुन,शैम्पू बनाने में भी होता है।
कैस्टर ऑयल के बारे में क्या कहते हैं एक्सपर्ट
रीजेंसी हॉस्पिटल, कानपुर में में स्किन स्पेशलिस्ट डॉक्टर सौरव श्रीवास्तव के अनुसार “दरअसल अरंडी तेल यानी कैस्टर ऑयल में फैटी एसिड होता है। फैटी एसिड का काम यह भी है कि वह स्किन को हाइड्रेट और हेल्दी रखे। कैस्टर ऑयल वही काम करता है जो त्वचा में नमी रोककर उसे नरम और चिकना बनाए रखता है।”
सर्दियों में कैस्टर ऑयल के फायदे (Benefits of castor oil in winter season)
1 कम करता है झुर्रियों (Castor oil for wrinkles)
कैस्टर ऑयल को मॉइस्चराइज़र की तरह अकेले भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, ये गाढ़ा होता है, तो आम तौर पर लोग इसको किसी तेल (बादाम, नारियल या जोजोबा तेल) के साथ लगाते हैं। इससे चेहरे पर मुंहासे के निशान यहां तक कि झुर्रियों को भी कम करने में मदद मिल सकती है।
2 बालों को सॉफ्ट और शाइनी बनाता है (Castor oil for hair)
आपने यह ज़रूर सुन रखा होगा कि अरंडी का तेल या कैस्टर ऑयल रूसी (Dandruff) को कम करने में मदद करता है। दरअसल, बालों में रूसी होने का प्रमुख कारण उसका सूखापन है।
तो लोग अपने बालों को नम रखने देने के लिए अरंडी के तेल का इस्तेमाल करते हैं। ये ऑयल बालों को चिकना कर देते हैं ताकि बाल दोमुंहें होने से और टूटने से बचें। अरंडी का तेल एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक भी है जो सिर और बालों को फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचा सकते है।
3 घुटनों के दर्द से राहत दिलाता है (Castor oil for joint pain)
एक स्टडी में यह प्रूव भी हुआ है कि चार हफ़्तों तक गठिया से पीड़ित व्यक्तियों पर टेस्ट के बाद ये मिला कि जिन व्यक्तियों ने कैस्टर ऑयल के कैप्सूल लिए थे,उनमें से 92% लोगों को दर्द में कमी महसूस हुई है। सूजन से लेकर दर्द तक कैस्टर ऑयल इसी तरह मददगार है।
कब और कैसे करना है कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल (How to use castor oil)
कैस्टर ऑयल को पीना आपको डॉक्टरी सलाह पर ही है और इसकी डोज़ आपकी उम्र,आपकी मेडिकल कंडीशन पर ही डिपेंड करती है। जब भी इस तरह की कोई बात हो आप डॉक्टर्स के पास ही जाएं।
हालांकि, तमाम रिपोर्ट्स के अनुसार, 12 साल या उससे ज़्यादा उम्र के लोग पेट में गैस की समस्या के लिए 1 से 4 चम्मच ले सकते हैं।
क्या हैं कैस्टर ऑयल के नुक़सान? (Side effects of castor oil)
ज़रूरत से बहुत ज़्यादा अरंडी का तेल लेने से दिक्कतों के ये लक्षण हो सकते हैं
- पेट में ऐंठन
- दस्त
- चक्कर आना
- बेहोशी
- जी मिचलाना
- सांस लेने में कठिनाई
- गले में जकड़न
क्या आईब्रो घनी कर सकता है कैस्टर ऑयल? (Castor oil for eyebrow)
दावे हैं कि कैस्टर ऑयल यानी अरंडी का तेल बाल, पलकें और भौहें बढ़ाने में मददगार है, लेकिन यह केवल कथ्य है, इसके सत्य होने का प्रमाण नहीं है। अब तक किसी भी प्रयोग में ये साबित नहीं हो सका है कि कैस्टर का तेल इन सब मे मददगार है।
तथ्य यह है कि अरंडी का तेल या कैस्टर ऑयल तमाम जतन के बाद ही बनता है। तमाम मेडिकल प्रक्रिया से गुज़रने के बावजूद। आप भी इसका इस्तेमाल मेडिकल प्रक्रियाओं से गुज़रने के बाद ही करें। यानी बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं। बिल्कुल नहीं।
ध्यान रखें
अरंडी के तेल को किसी गर्भवती स्त्री को बिना डॉक्टर की सलाह के ना दें। उन व्यक्तियों को भी ना दें जिनके लिवर या किडनी में किसी भी तौर पर सूजन हो।
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