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Year Ender 2024: साल 2024 में हुए ये बड़े विमान हादसे, कई मशहूर हस्तियों ने गंवाई जान
Year Ender 2024: साल 2024 की शुरुआत सोमवार के साथ हुई थी जबकि यह मंगलवार के दिन खत्म होने जा रहा है। साल 2024 के आखिरी कुछ दिन बचे हैं ऐसे में यह वक्त है इस साल की घटनाओं पर नजर डालने का है। यह साल तमाम हादसों का गवाह रहा है। साल 2024 में ऐसी कई बड़ी घटनाएं हुईं जिनका असर पूरी दुनिया में नजर आया। यह साल तमाम बड़े विमान हादसों के लिए भी याद रखा जाएगा। तो चलिए 2024 में हुए बड़े विमान हादसों पर एक नजर डालते हैं।
नेपाल में भीषण विमान हादसा
24 जुलाई 2024 को काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सौर्य एयरलाइंस का विमान पोखरा के लिए उड़ान भरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई थी। प्लेन ने सुबह करीब 11 बजे त्रिभुवन एयरपोर्ट से उड़ान भरी और इसके कुछ ही देर के बाद ही यह क्रैश हो गया। हादसे में मारे गए लोगों में से 17 सौर्य एयरलाइंस के ही स्टाफ थे, जबकि बाकी दो क्रू मेंबर्स थे। 21 साल पुराने इस प्लेन को मरम्मत कर टेस्टिंग के लिए ले जाया जा रहा था।
नेपाल में हुआ विमान हादसा
ईरानी राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश
19 मई 2024 को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस हादसे में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्दुल्लाहियन समेत 9 लोगों की मौत हो गई थी। ईरानी राष्ट्रपति के काफिले में 3 हेलीकॉप्टर थे और इनमें से 2 हेलीकॉप्टर सुरक्षित अपने गंतव्य पर उतरे थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, पायलट ने हेलीकॉप्टर से नियंत्रण खो दिया, जिसके चलते हादसा हुआ था। हेलिकॉप्टर घने कोहरे में पहाड़ी इलाके को पार करने के दौरान हादसे का शिकार हुआ था। हादसा अजरबैजान के सीमावर्ती शहर जोल्फा के करीब हुआ था जो ईरान की राजधानी तेहरान से 600 किलोमीटर दूर है।
ईरानी राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश
रूस में विमान हादसा
साल 2024 के शुरुआती महीने यानी जनवरी में ही रूस का एक प्लेन क्रैश हुआ था। इस हादसे में 74 लोग मारे गए थे। बेलगोरोद इलाके में हुए इस विमान हादसे के दौरान प्लेन में 65 यूक्रेनी कैदी और 9 रूसी क्रू मेंबर थे। हालांकि, इस घटना के बाद रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि यूक्रेन की तरफ से दागी गई मिसाइल एयरक्राफ्ट से टकराई थी, वहीं यूक्रेन ने इसे रूस की साजिश बताया था।
रूस में हुआ विमान हादसा
मलावी में विमान हादसा
इसी साल जून के महीने में मलावी के उपराष्ट्रपति सौलोस क्लॉस चिलिमा और 9 अन्य लोगों की एक विमान हादसे में मौत हो गई थी। इस विमान हादसे की पुष्टि खुद मलावी के राष्ट्रपति लाजरस चकवेरा ने दी थी। करीब एक दिन से ज्यादा तक चले तलाशी के बाद उप राष्ट्रपति सौलोस चिलिमा को ले जा रहे सैन्य विमान का मलबा देश के उत्तरी भाग में एक पहाड़ी इलाके में मिला था। सौलोस चिलिमा का विमान लापता होने से पहले यह दक्षिणी अफ्रीकी देश की राजधानी लिलोंगवे से 370 किलोमीटर (230 मील) उत्तर में मौजूद म्झूजू शहर के लिए 45 मिनट की उड़ान भर रहा था। विमान को खराब मौसम और खराब दृश्यता के कारण वापस लौटने को कहा गया था लेकिन ऐसा नहीं हुआ और हादसा हो गया।
मलावी में हुआ विमान हादसा
हॉलीवुड अभिनेता की मौत
6 जनवरी 2024 को कैरेबियाई द्वीप के पास एक विमान दुर्घटना में हॉलीवुड अभिनेता क्रिश्चियन ओलिवर, उनकी दो बेटियों और पायलट की मौत हो गई थी। विमान ग्रेनाडाइन्स के एक छोटे से द्वीप पेटिट नेविस में हादसे का शिकार हुआ था। उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही विमान में दिक्कत आ गई और वह समंदर में जा गिरा था।
हॉलीवुड अभिनेता क्रिश्चियन ओलिवर की प्लेन हादसे में हुई मौत
चिली के पूर्व राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश
चिली के पूर्व राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनेरा की इसी साल हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। उनका निजी हेलीकॉप्टर देश के दक्षिणी हिस्से में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। हेलीकॉप्टर में 4 लोग सवार थे 3 लोग बच गए, जबकि पूर्व राष्ट्रपति की मौत हो गई थी।
अफगानिस्तान में प्लेन क्रैश
इसके अलावा इसी साल 21 जनवरी को अफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत में एक विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस बिजनेस जेट में सात रूसी सवार थे, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। यह हादसा विमान के इंजन में आई खराबी के कारण हुआ था। विमान मोरक्को की एक कंपनी का था। विमान में चालक दल के चार सदस्य और दो यात्री सवार थे।
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भारत और कुवैत अब रणनीतिक साझेदार, पीएम मोदी और कुवैत के अमीर के बीच वार्ता
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत की दो दिवसीय यात्रा समाप्त कर के वापस भारत वापस आ चुके हैं। पीएम मोदी की ये यात्रा कई मायनों में अहम मानी जा रही है। पीएम मोदी ने रविवार को कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ व्यापक वार्ता की है। इसके साथ ही भारत और कुवैत ने अपने रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी के रूप में विस्तारित कर लिया है। आइए जानते हैं कि दोनों देशों के बीच किन मुद्दों पर समझौता हुआ है।
अमीर के साथ शानदार बैठक- पीएम मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुवैत के अमीर ने वार्ता में सूचना प्रौद्योगिकी, औषधि, फिनटेक, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर के जानकारी दी है कि कुवैत के अमीर के साथ उनकी वार्ता काफी अच्छी रही है। पीएम मोदी ने कहा- “कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा के साथ शानदार बैठक हुई।”
43 साल बाद किसी भारतीय पीएम की यात्रा
पीएम मोदी 43 वर्षों में पहले ऐसे भारतीय पीएम हैं जिन्होंने कुवैत की यात्रा की है। इससे पहले साल 1981 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत की यात्रा की थी। अपनी कुवैत यात्रा को लेकर पीएम मोदी ने कहा- “हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के अनुरूप हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक बढ़ाया है तथा मैं आशावादी हूं कि आने वाले समय में हमारी दोस्ती और भी अधिक विकसित होगी।’’
भारत और कुवैत के बीच व्यापार
खाड़ी देश कुवैत भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है। बता दें कि कुवैत भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है। भारत का कुवैत को निर्यात भी पहली बार दो अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। (इनपुट: भाषा)
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श्मशान में हिंदू पुजारी की हत्या पर बांग्लादेश ने दी सफाई, कहा-सांप्रदायिक हिंसा से नहीं हुई मौत
ढाका: बांग्लादेश के श्मशान घाट में हिंदू पुजारी की हत्या को लेकर अंतरिम सरकार की ओर से सफाई पेश की गई है। मोहम्मद यूनुस सरकार का कहना है कि पुजारी की मौत सांप्रदायिक हिंसा में नहीं हुई है।बांग्लादेश सरकार की मीडिया शाखा ने रविवार को कहा कि देश में हाल ही में मारा गया व्यक्ति हिंदू पुजारी नहीं था और उसकी मौत सांप्रदायिक हिंसा से नहीं बल्कि श्मशान घाट में चोरी से जुड़ी थी।
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति की कथित हत्या के संबंध में इस्कॉन कोलकाता द्वारा किए गए दावों को खारिज करते हुए, ‘चीफ एडवाइजर्स प्रेस विंग फैक्ट्स’ के आधिकारिक फेसबुक पेज ने इस्कॉन बांग्लादेश के अधिकारियों और नाटोर पुलिस से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि यह हत्या संभवतः डकैती के प्रयास के कारण हुई। यह स्पष्टीकरण इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा करने के एक दिन बाद आया। इसमें दावा किया गया था कि बांग्लादेश के नाटोर में एक श्मशान घाट पर स्थित मंदिर में “तरुण कुमार दास नामक एक हिंदू पुजारी की चरमपंथियों द्वारा हत्या कर दी गई”। ‘
कथित तौर पर पीड़ित का हाथ-पैर बांध कर शव को दफनाते देखा गया था
कथित तौर पर पीड़ित के हाथ-पैर बंधे हुए शव को एक वीडियो में दिखाया गया था। दास ने आरोप लगाया कि पुजारी को मारने से पहले उसे प्रताड़ित किया गया और मंदिर में लूटपाट की गई। नाटोर सदर पुलिस थाने के प्रभारी मोहम्मद महबूबोर रहमान के हवाले से सीए प्रेस विंग की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “शनिवार और रविवार की सुबह के बीच मिली जानकारी के आधार पर प्रारंभिक तौर पर यह माना जाता है कि कुछ नशेड़ियों ने श्मशान घाट से चोरी करने का प्रयास किया था। सभी संभावित कारणों की जांच की जा रही है।” (भाषा)
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गाजा में इजरायल के भीषण हवाई हमले में 16 लोगों की मौत, सर्दी भी ढा रही कहर
दीर अल-बला (गाजा पट्टी): गाजा पट्टी में इजरायल के भीषण हवाई हमलों में कम से कम 16 लोग मारे गए हैं। फिलिस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हमास सरकार से संबद्ध ‘सिविल डिफेंस’ के अनुसार, गाजा शहर में विस्थापितों को आश्रय देने वाले एक स्कूल पर हुए हमले में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 4 बच्चे भी शामिल हैं। इजरायली सेना ने कहा कि उसने वहां शरण लिए हमास आतंकवादियों को निशाना बनाया। ‘
अल-अक्सा शहीद’ अस्पताल के अनुसार, शनिवार देर रात दीर अल-बला में एक घर पर हुए हमले में कम से कम 8 लोग मारे गए। अस्पताल के पास स्थित नासिर अस्पताल के अनुसार, रविवार को आधी रात के बाद दक्षिणी शहर खान यूनिस में हुए हमले में 2 और लोग मारे गए। इन हमलों पर सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है।
गाजा में सर्दी का कहर
इजरायली मिसाइलों के अलावा सर्दी भी फिलिस्तीनियों पर कहर ढाने लगी है। गाजा में इन दिनों भीषण सर्दी पड़ रही है। इजरायल से 14 महीने से जारी युद्ध के कारण विस्थापित हुए लगभग 20 लाख लोगों में से कई लोग खुद को हवा, ठंड और बारिश से बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सहायता कर्मियों और निवासियों के अनुसार लोगों के पास कंबलों और गर्म कपड़ों की कमी है, अलाव के लिए लकड़ी बहुत कम है और जिन तंबुओं व तिरपालों में परिवार रह रहे हैं, वे महीनों से जारी उपयोग के कारण बहुत ही खस्ताहाल हो गए हैं। दक्षिणी शहर रफह से विस्थापित हुईं शादिया अयादा के पास अपने आठ बच्चों को खस्ताहाल तंबू के अंदर ठंड से बचाने के लिए केवल एक कंबल और एक गर्म पानी की बोतल है।
तेज हवा में लगता है डर
शादिया ने कहा, “जब भी हमें पता चलता है कि बारिश और तेज हवा का पूर्वानुमान है, तो हम डर जाते हैं क्योंकि हमारे तंबू हवा से उड़ जाते हैं।” रात के समय तापमान आम तौर पर पांच से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, इसलिए अयादा को डर है कि उनके बच्चे गर्म कपड़ों के बिना बीमार पड़ जाएंगे। अयादा ने कहा कि जब वे अपना घर छोड़कर आए थे, तो उनके बच्चों के पास केवल गर्मियों के कपड़े थे। उन्होंने कहा कि उन्हें रिश्तेदारों और दोस्तों से कुछ गर्म कपड़े उधार लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उत्तरी गाजा से अपने परिवार के साथ विस्थापित हुईं 50 वर्षीय रिदा अबू जरादा ने बताया कि लोग तंबू के अंदर बच्चों को गोद में लेकर सोते हैं। ताकि उन्हें गर्म रखा जा सके।
उन्होंने कहा, “दरवाजे न होने और तंबू फटे होने के कारण रात में चूहे हमारे ऊपर चलते हैं। कंबल हमें गर्म नहीं रख पाते। हमें ऐसा लगता है कि जमीन पर बर्फ पड़ी हो। हम सुबह ठंड से ठिठुरते हुए उठते हैं।” उन्होंने कहा, “मुझे डर है कि एक दिन मैं जागूंगी और पाऊंगी कि कोई बच्चा ठंड से मर गया है।” संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि अस्थायी आश्रयों में रह रहे लोग शायद सर्दियों में जीवित न रह पाएं। संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहा था कि कम से कम 9,45,000 लोगों को सर्दी से जुड़े सामान की आवश्यकता है, जो गाजा में बहुत महंगे हो गए हैं। (एपी)