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पीएम मोदी को मिला कुवैत का सबसे बड़ा सम्मान- ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’, जानें क्यों है खास
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से कुवैत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। पीएम मोदी को रविवार को कुवैत के अमीर के मुख्य महल ‘बायन पैलेस’ में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया है। बता दें कि पीएम मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुचे हैं। बीते 43 साल में किसी भारतीय पीएम की ये पहली कुवैत यात्रा है। वहीं, अब इस यात्रा की अहमियत को देखते हुए अब कुवैत ने पीएम मोदी को अपने सबसे बड़े सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से सम्मानित किया है।
पीएम मोदी को 20वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान
कुवैत ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च सम्मान द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर प्रदान किया है। बता दें कि यह किसी देश द्वारा पीएम मोदी को दिया गया 20वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। मुबारक अल कबीर के सम्मान को कुवैत का नाइटहुड माना जाता है। यह सम्मान मित्रता के संकेत के रूप में राष्ट्राध्यक्षों, विदेशी संप्रभुओं और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को प्रदान किया जाता है। पीएम मोदी से पहले बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसे विदेशी नेताओं को ये सम्मान प्रदान किया जा चुका है।
पीएम मोदी ने देश को समर्पित किया सम्मान
सम्मान मिलने के बाद पीएम मोदी ने कहा- “मैं कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा द्वारा द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर मिलने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं यह सम्मान भारत के लोगों और भारत और कुवैत के बीच मजबूत दोस्ती को समर्पित करता हूं।”
पीएम मोदी और कुवैत के अमीर की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत के क्राउन प्रिंस सबा अल-खालिद अल-सबा से मुलाकात की है और कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा के साथ द्विपक्षीय वार्ता की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा- “कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा के साथ शानदार बैठक हुई। हमने फार्मास्यूटिकल्स, आईटी, फिनटेक, इंफ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के अनुरूप, हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक बढ़ाया है और मैं आशावादी हूं कि आने वाले समय में हमारी दोस्ती और भी अधिक विकसित होगी।” बता दें कि इसके बाद भारत और कुवैत के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी हुई है।
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ब्राजील में घर की चिमनी से टकराया प्लेन, एक ही परिवार के 9 लोगों की मौत, दो की हालत गंभीर
ब्राजील में पर्यटकों के बीच लोकप्रिय ग्रामाडो शहर में रविवार को एक छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे उसमें सवार 10 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई। ब्राजील की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने यह जानकारी दी। नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि विमान पहले एक घर की चिमनी से टकराया फिर एक इमारत की दूसरी मंजिल से टकराते हुए ग्रामाडो के एक मुख्य आवासीय क्षेत्र में स्थित मोबाइल फोन की दुकान पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जमीन पर मौजूद एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई गई है।
दुर्घटना का कारण क्या था, यह अभी स्पष्ट नहीं है। ब्राजील की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, विमान में सवार सभी 10 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए हैं और जमीन पर मौजूद एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
दो घायलों की हालत गंभीर
ब्राजील की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि विमान पहले एक घर की चिमनी से टकराया, फिर एक इमारत की दूसरी मंजिल से टकराया, उसके बाद यह ग्रामाडो के एक बड़े आवासीय क्षेत्र में स्थित एक मोबाइल फोन की दुकान से जा टकराया। मोबाइल की दुकान के पास मौजूद एक दर्जन से अधिक लोगों को धुएं के कारण परेशानी हुई और विमान का मलबा उनके ऊपर गिर गया। इससे उन्हें चोटें आई हैं। सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दुर्घटना का कारण क्या था।
एक एक्स यूजर ने लिखा, “मेरा शहर शोक में है, ग्रामादो में हमने जो कुछ भी झेला और अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रहे थे, उसके बाद यह त्रासदी सामने आई है। PR-NDN पंजीकरण वाला विमान जो ग्रामादो में Av. Central पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उसने पूरे शहर को सदमे में डाल दिया, इसमें 9 लोग सवार थे। भगवान इस अपूरणीय क्षति के लिए परिवारों को सांत्वना दें।”
एक ही परिवार के थे सभी लोग
स्थानीय मीडिया ने बताया कि विमान में सवार यात्री एक ही परिवार के सदस्य थे और वे रियो ग्रांडे डू सुल राज्य के दूसरे शहर से साओ पाउलो राज्य की यात्रा कर रहे थे। ग्रामाडो सेरा गौचा पहाड़ों में स्थित है और यह ब्राजील के पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है जो ठंडे मौसम, लंबी पैदल यात्रा स्थलों और पारंपरिक वास्तुकला का आनंद लेते हैं। यह शहर 19वीं सदी में बड़ी संख्या में जर्मन और इतालवी प्रवासियों द्वारा बसाया गया था और यह क्रिसमस की छुट्टियों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
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भारत और कुवैत अब रणनीतिक साझेदार, पीएम मोदी और कुवैत के अमीर के बीच वार्ता
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत की दो दिवसीय यात्रा समाप्त कर के वापस भारत वापस आ चुके हैं। पीएम मोदी की ये यात्रा कई मायनों में अहम मानी जा रही है। पीएम मोदी ने रविवार को कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ व्यापक वार्ता की है। इसके साथ ही भारत और कुवैत ने अपने रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी के रूप में विस्तारित कर लिया है। आइए जानते हैं कि दोनों देशों के बीच किन मुद्दों पर समझौता हुआ है।
अमीर के साथ शानदार बैठक- पीएम मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुवैत के अमीर ने वार्ता में सूचना प्रौद्योगिकी, औषधि, फिनटेक, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर के जानकारी दी है कि कुवैत के अमीर के साथ उनकी वार्ता काफी अच्छी रही है। पीएम मोदी ने कहा- “कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा के साथ शानदार बैठक हुई।”
43 साल बाद किसी भारतीय पीएम की यात्रा
पीएम मोदी 43 वर्षों में पहले ऐसे भारतीय पीएम हैं जिन्होंने कुवैत की यात्रा की है। इससे पहले साल 1981 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत की यात्रा की थी। अपनी कुवैत यात्रा को लेकर पीएम मोदी ने कहा- “हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के अनुरूप हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक बढ़ाया है तथा मैं आशावादी हूं कि आने वाले समय में हमारी दोस्ती और भी अधिक विकसित होगी।’’
भारत और कुवैत के बीच व्यापार
खाड़ी देश कुवैत भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है। बता दें कि कुवैत भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है। भारत का कुवैत को निर्यात भी पहली बार दो अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। (इनपुट: भाषा)
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श्मशान में हिंदू पुजारी की हत्या पर बांग्लादेश ने दी सफाई, कहा-सांप्रदायिक हिंसा से नहीं हुई मौत
ढाका: बांग्लादेश के श्मशान घाट में हिंदू पुजारी की हत्या को लेकर अंतरिम सरकार की ओर से सफाई पेश की गई है। मोहम्मद यूनुस सरकार का कहना है कि पुजारी की मौत सांप्रदायिक हिंसा में नहीं हुई है।बांग्लादेश सरकार की मीडिया शाखा ने रविवार को कहा कि देश में हाल ही में मारा गया व्यक्ति हिंदू पुजारी नहीं था और उसकी मौत सांप्रदायिक हिंसा से नहीं बल्कि श्मशान घाट में चोरी से जुड़ी थी।
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति की कथित हत्या के संबंध में इस्कॉन कोलकाता द्वारा किए गए दावों को खारिज करते हुए, ‘चीफ एडवाइजर्स प्रेस विंग फैक्ट्स’ के आधिकारिक फेसबुक पेज ने इस्कॉन बांग्लादेश के अधिकारियों और नाटोर पुलिस से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि यह हत्या संभवतः डकैती के प्रयास के कारण हुई। यह स्पष्टीकरण इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा करने के एक दिन बाद आया। इसमें दावा किया गया था कि बांग्लादेश के नाटोर में एक श्मशान घाट पर स्थित मंदिर में “तरुण कुमार दास नामक एक हिंदू पुजारी की चरमपंथियों द्वारा हत्या कर दी गई”। ‘
कथित तौर पर पीड़ित का हाथ-पैर बांध कर शव को दफनाते देखा गया था
कथित तौर पर पीड़ित के हाथ-पैर बंधे हुए शव को एक वीडियो में दिखाया गया था। दास ने आरोप लगाया कि पुजारी को मारने से पहले उसे प्रताड़ित किया गया और मंदिर में लूटपाट की गई। नाटोर सदर पुलिस थाने के प्रभारी मोहम्मद महबूबोर रहमान के हवाले से सीए प्रेस विंग की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “शनिवार और रविवार की सुबह के बीच मिली जानकारी के आधार पर प्रारंभिक तौर पर यह माना जाता है कि कुछ नशेड़ियों ने श्मशान घाट से चोरी करने का प्रयास किया था। सभी संभावित कारणों की जांच की जा रही है।” (भाषा)