Connect with us

दुनिया

नाइजीरिया की चर्च में बांटा जा रहा था खाने-पीने का सामान, भगदड़ में गई 10 लोगों की जान

Published

on


Nigeria, Nigeria News, Nigeria Stampede, Nigeria Church Stampede

Image Source : AP
नाइजीरिया में दो दिन पहले भी भगदड़ की घटना में कई बच्चे मारे गए थे।

अबुजा: नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में क्रिसमस के मौके पर स्थानीय चर्च द्वारा बांटे जाने वाले खाने-पीने के सामान को लेने मके लिए बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने के कारण भगदड़ मच गई। पुलिस ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भगदड़ में 4 बच्चों समेत 10 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सामान बांटे जाने से काफी पहले सुबह करीब 4 बजे ही दर्जनों लोग चर्च परिसर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, और उस समय एक गेट पर भीड़ उमड़ पड़ी थी। उन्होंने बताया कि कुछ लोग पिछली रात से ही इंतजार कर रहे थे।

चर्च ने भगदड़ के बाद चैरिटी इवेंट रद्द किया

घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता जोसेफिन अडेह ने एक बयान में कहा कि भगदड़ सुबह के समय अबुजा के पॉश इलाके मैतामा में होली ट्रिनिटी कैथोलिक चर्च में हुई। उन्होंने कहा कि चर्च से एक हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया है। घटनास्थल की वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि जमीन पर लाशें पड़ी हैं और लोग मदद के लिए चिल्ला रहे हैं। अडेह ने बताया कि कुछ घायलों का इलाज कर उन्हें छुट्टी दे दी गई है, जबकि अन्य का इलाज जारी है। घटना के बाद चर्च ने चैरिटी इवेंट को रद्द कर दिया, जबकि चावल और अन्य वस्तुओं की बोरियां अंदर अभी भी रखी हुई थीं। 

पिछले हफ्ते भी भगदड़ में मारे गए थे बच्चे

अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले इस देश में एक सप्ताह में भगदड़ की यह दूसरी ऐसी घटना है क्योंकि स्थानीय संगठन, गिरजाघर और आम लोग क्रिसमस से पहले दान देने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। बता दें कि दक्षिण-पश्चिमी नाइजीरिया में बुधवार को एक स्कूल द्वारा छुट्टियों पर आयोजित मेले के दौरान मची भगदड़ में कई बच्चों की मौत हो गई थी। ओयो राज्य के गवर्नर सेई मकिंडे ने बताया कि भगदड़ राज्य के इस्लामिक हाई स्कूल बसोरुन में हुई। उन्होंने बताया कि घटना के मद्देनजर सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया था। (भाषा)

Latest World News





Source link

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

दुनिया

श्मशान में हिंदू पुजारी की हत्या पर बांग्लादेश ने दी सफाई, कहा-सांप्रदायिक हिंसा से नहीं हुई मौत

Published

on


मोहम्मद यूनुस, अंतरिम सरकार के मुखिया।

Image Source : AP
मोहम्मद यूनुस, अंतरिम सरकार के मुखिया।

ढाका: बांग्लादेश के श्मशान घाट में हिंदू पुजारी की हत्या को लेकर अंतरिम सरकार की ओर से सफाई पेश की गई है। मोहम्मद यूनुस सरकार का कहना है कि पुजारी की मौत सांप्रदायिक हिंसा में नहीं हुई है।बांग्लादेश सरकार की मीडिया शाखा ने रविवार को कहा कि देश में हाल ही में मारा गया व्यक्ति हिंदू पुजारी नहीं था और उसकी मौत सांप्रदायिक हिंसा से नहीं बल्कि श्मशान घाट में चोरी से जुड़ी थी।

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति की कथित हत्या के संबंध में इस्कॉन कोलकाता द्वारा किए गए दावों को खारिज करते हुए, ‘चीफ एडवाइजर्स प्रेस विंग फैक्ट्स’ के आधिकारिक फेसबुक पेज ने इस्कॉन बांग्लादेश के अधिकारियों और नाटोर पुलिस से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि यह हत्या संभवतः डकैती के प्रयास के कारण हुई। यह स्पष्टीकरण इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा करने के एक दिन बाद आया। इसमें दावा किया गया था कि बांग्लादेश के नाटोर में एक श्मशान घाट पर स्थित मंदिर में “तरुण कुमार दास नामक एक हिंदू पुजारी की चरमपंथियों द्वारा हत्या कर दी गई”। ‘

कथित तौर पर पीड़ित का हाथ-पैर बांध कर शव को दफनाते देखा गया था

कथित तौर पर पीड़ित के हाथ-पैर बंधे हुए शव को एक वीडियो में दिखाया गया था। दास ने आरोप लगाया कि पुजारी को मारने से पहले उसे प्रताड़ित किया गया और मंदिर में लूटपाट की गई। नाटोर सदर पुलिस थाने के प्रभारी मोहम्मद महबूबोर रहमान के हवाले से सीए प्रेस विंग की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “शनिवार और रविवार की सुबह के बीच मिली जानकारी के आधार पर प्रारंभिक तौर पर यह माना जाता है कि कुछ नशेड़ियों ने श्मशान घाट से चोरी करने का प्रयास किया था। सभी संभावित कारणों की जांच की जा रही है।”  (भाषा)

Latest World News





Source link

Continue Reading

दुनिया

गाजा में इजरायल के भीषण हवाई हमले में 16 लोगों की मौत, सर्दी भी ढा रही कहर

Published

on


गाजा में इजरायली मिसाइलों ने बरपाया कहर।

Image Source : AP
गाजा में इजरायली मिसाइलों ने बरपाया कहर।

दीर अल-बला (गाजा पट्टी): गाजा पट्टी में इजरायल के भीषण हवाई हमलों में कम से कम 16 लोग मारे गए हैं। फिलिस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हमास सरकार से संबद्ध ‘सिविल डिफेंस’ के अनुसार, गाजा शहर में विस्थापितों को आश्रय देने वाले एक स्कूल पर हुए हमले में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 4 बच्चे भी शामिल हैं। इजरायली सेना ने कहा कि उसने वहां शरण लिए हमास आतंकवादियों को निशाना बनाया। ‘

अल-अक्सा शहीद’ अस्पताल के अनुसार, शनिवार देर रात दीर अल-बला में एक घर पर हुए हमले में कम से कम 8 लोग मारे गए। अस्पताल के पास स्थित नासिर अस्पताल के अनुसार, रविवार को आधी रात के बाद दक्षिणी शहर खान यूनिस में हुए हमले में 2 और लोग मारे गए। इन हमलों पर सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है।

गाजा में सर्दी का कहर

इजरायली मिसाइलों के अलावा सर्दी भी फिलिस्तीनियों पर कहर ढाने लगी है। गाजा में इन दिनों भीषण सर्दी पड़ रही है। इजरायल से 14 महीने से जारी युद्ध के कारण विस्थापित हुए लगभग 20 लाख लोगों में से कई लोग खुद को हवा, ठंड और बारिश से बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सहायता कर्मियों और निवासियों के अनुसार लोगों के पास कंबलों और गर्म कपड़ों की कमी है, अलाव के लिए लकड़ी बहुत कम है और जिन तंबुओं व तिरपालों में परिवार रह रहे हैं, वे महीनों से जारी उपयोग के कारण बहुत ही खस्ताहाल हो गए हैं। दक्षिणी शहर रफह से विस्थापित हुईं शादिया अयादा के पास अपने आठ बच्चों को खस्ताहाल तंबू के अंदर ठंड से बचाने के लिए केवल एक कंबल और एक गर्म पानी की बोतल है।

तेज हवा में लगता है डर

शादिया ने कहा, “जब भी हमें पता चलता है कि बारिश और तेज हवा का पूर्वानुमान है, तो हम डर जाते हैं क्योंकि हमारे तंबू हवा से उड़ जाते हैं।” रात के समय तापमान आम तौर पर पांच से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, इसलिए अयादा को डर है कि उनके बच्चे गर्म कपड़ों के बिना बीमार पड़ जाएंगे। अयादा ने कहा कि जब वे अपना घर छोड़कर आए थे, तो उनके बच्चों के पास केवल गर्मियों के कपड़े थे। उन्होंने कहा कि उन्हें रिश्तेदारों और दोस्तों से कुछ गर्म कपड़े उधार लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उत्तरी गाजा से अपने परिवार के साथ विस्थापित हुईं 50 वर्षीय रिदा अबू जरादा ने बताया कि लोग तंबू के अंदर बच्चों को गोद में लेकर सोते हैं। ताकि उन्हें गर्म रखा जा सके।

उन्होंने कहा, “दरवाजे न होने और तंबू फटे होने के कारण रात में चूहे हमारे ऊपर चलते हैं। कंबल हमें गर्म नहीं रख पाते। हमें ऐसा लगता है कि जमीन पर बर्फ पड़ी हो। हम सुबह ठंड से ठिठुरते हुए उठते हैं।” उन्होंने कहा, “मुझे डर है कि एक दिन मैं जागूं‍गी और पाऊंगी कि कोई बच्चा ठंड से मर गया है।” संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि अस्थायी आश्रयों में रह रहे लोग शायद सर्दियों में जीवित न रह पाएं। संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहा था कि कम से कम 9,45,000 लोगों को सर्दी से जुड़े सामान की आवश्यकता है, जो गाजा में बहुत महंगे हो गए हैं। (एपी) 

Latest World News





Source link

Continue Reading

दुनिया

ताइवान की मदद पर चीन ने बाइडेन को दी चेतावनी, कहा-“आग से खेल रहा अमेरिका”

Published

on


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के समकक्ष शी जिनपिंग (फाइल)

Image Source : AP
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के समकक्ष शी जिनपिंग (फाइल)

बीजिंग: ताइवान को चीने के खिलाफ अमेरिका की ओर से लगातार सैन्य मदद पहुंचाए जाने की घटना को बीजिंग ले बेहद गंभीरता से लिया है। चीन ने इस बाबत अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को बड़ी चेतावनी दे डाली है। चीन ने साफ कहा है कि ताइवान को सैन्य मदद करके अमेरिका आग से खेल रहा है। चीन का यह कड़ा संदेश अपने आप में बहुत कुछ कहता है। चीन के इस बयान के बाद अमेरिका के साथ एक बार फिर तनातनी बढ़ने लगी है।

बता दें कि चीन सरकार ने अमेरिका की ओर से ताइवान को सैन्य बिक्री और सहयोग देने की नयी घोषणाएं किए जाने के बाद रविवार को विरोध जताया और अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि वह ‘‘आग से खेल रहा है।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शनिवार को रक्षा से जुड़े साजो सामान और सेवाओं तथा ताइवान के लिए सैन्य शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए 57 करोड़ 10 लाख डॉलर तक के प्रावधान को मंजूरी दी। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सैन्य बिक्री के लिए 29 करोड़ 50 लाख अमरेकी डॉलर की मंजूरी दी गई है।

ताइवान को हथियार देना बंद करे अमेरिका

चीनी विदेश मंत्रालय के एक बयान में अमेरिका से ताइवान को हथियार देना बंद करने और ‘‘ताइवान जलडमरूमध्य में शांति एवं स्थिरता को कमजोर करने वाले खतरनाक कदम’’ को रोकने का आग्रह किया गया। ताइवान एक लोकतांत्रिक द्वीप है जिस पर चीन सरकार अपना दावा करती है। अमेरिकी सैन्य बिक्री और सहायता का उद्देश्य ताइवान को खुद की रक्षा करने और चीन को हमला करने से रोकना है। , 22 दिसंबर (एपी)

यह भी पढ़ें

ब्राजील में यात्रियों से भरी बस को ट्रक ने मारी भयानक टक्कर, 38 लोगों की मौत




पीएम मोदी को कुवैत में मिला गार्ड ऑफ ऑनर, भारत-कुवैत बन सकते हैं रणनीतिक साझेदार

 

Latest World News





Source link

Continue Reading