श्री माँ नयना देवी मंदिर के 143वें स्थापना दिवस के अवसर पर श्रीमद् देवी भागवत कथा, महाभंडारा और भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस समारोह की तैयारियों के लिए श्री माँ नयना देवी मंदिर अमर उदय ट्रस्ट और मंदिर सलाहकार समिति की संयुक्त बैठक आयोजित की गई, जिसमें समारोह को सफल बनाने पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में बताया गया कि पिछले दो वर्षों की तरह इस बार भी स्थापना दिवस पर श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन होगा। कथा 27 मई से शुरू होकर 4 जून को समापन के साथ पारायण के साथ संपन्न होगी। इस बार व्यास गद्दी पर युवा कथावाचक बाल व्यास कपिल देव महाराज (सागर भट्ट) विराजमान होंगे। कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक होगी, जिसके बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा।
4 जून को स्थापना दिवस के दिन ब्रह्ममुहूर्त में श्री माँ नयना देवी की विशेष पूजा होगी। सुबह 7 बजे से कुलदेवी पूजा होगी, जिसमें मंदिर के निर्माता मोती राम शाह के वंशज शामिल होंगे। इसके बाद अन्य कार्यक्रम समयानुसार होंगे। दोपहर 1 बजे से महाभंडारा और शाम 4 बजे से भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें क्षेत्र के प्रतिभाशाली कलाकार भाग लेंगे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष हरेला पर्व पर डिकारे बनाने की कार्यशाला आयोजित की जाएगी। साथ ही, विरूण पंचमी का आयोजन समारोहपूर्वक किया जाएगा। श्रावण मास में प्रत्येक सोमवार को रुद्राभिषेक और अंतिम सोमवार को पार्थिव पूजा होगी।
ट्रस्ट ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे मंदिर स्थापना दिवस और श्रीमद् देवी भागवत कथा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर कथा श्रवण करें।
बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष राजीव लोचन साह, सचिव हेमंत कुमार शाह, उपसचिव प्रदीप शाह, कोषाध्यक्ष किशन सिंह नेगी, सदस्य मनोज चौधरी, महेश लाल साह, शैलेश साह, डॉ. डी.पी. गंगोला, सलाहकार सदस्य बृज मोहन जोशी, भीम सिंह कार्की, नितिन कार्की, राजीव गुरुरानी, अमिता साह और सुमन साह उपस्थित रहे।