नैनीताल: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में नैनीताल फोरलेन हाईवे पर गुरुवार, 26 जून 2025 की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। देवरनिया थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार ट्रक अनियंत्रित होकर डिवाइडर पार करते हुए सड़क के किनारे एक पेड़ से टकरा गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रक में तुरंत आग लग गई, और चालक केबिन में फंसकर जिंदा जल गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के लोग और राहगीर चालक को बचा नहीं सके। इस हादसे ने स्थानीय लोगों और राहगीरों को झकझोर कर रख दिया।
हादसे का विवरण
हादसा सुबह करीब 4:30 बजे हुआ, जब झारखंड से गार्डर लेकर आ रहा एक लोडर ट्रक बहेड़ी से बरेली की ओर जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक की रफ्तार तेज थी, और चालक ने नियंत्रण खो दिया। ट्रक डिवाइडर पर चढ़कर सड़क पार करते हुए एक पेड़ से जा टकराया। टक्कर के कारण ट्रक पर लदे गार्डर केबिन में घुस गए, जिससे चालक को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। इंजन से निकली चिंगारी ने तुरंत आग पकड़ ली, और देखते ही देखते पूरा केबिन आग की लपटों में घिर गया।
मृतक चालक की पहचान शिबू कुमार खाटी (35 वर्ष), पुत्र कृष्ण बहादुर, निवासी जमशेदपुर, झारखंड के रूप में हुई है। शिबू अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला था, और इस हादसे के बाद उसके परिवार में कोहराम मच गया।
पुलिस और फायर ब्रिगेड की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही देवरनिया पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। आग इतनी भीषण थी कि इसे बुझाने में फायर ब्रिगेड को काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक चालक की जलकर मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और ट्रक मालिक तथा चालक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी।
देवरनिया थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और चालक का नियंत्रण खोना हादसे का कारण माना जा रहा है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है, और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या कोई तकनीकी खराबी भी इस हादसे का कारण थी।
परिवार पर दुख का पहाड़
शिबू कुमार खाटी अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। इस हादसे की खबर मिलते ही उसके परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। परिजन घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर गहरा दुख जताया और प्रशासन से सड़क सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग की।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा नैनीताल फोरलेन हाईवे पर सड़क सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े करता है। इस हाईवे पर पहले भी कई भीषण हादसे हो चुके हैं, जिनमें तेज रफ्तार, डिवाइडर की खराब स्थिति, और सड़क किनारे पेड़ों की मौजूदगी को कारण बताया गया है। स्थानीय लोगों और सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों ने मांग की है कि हाईवे पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी बोर्ड, और बेहतर डिवाइडर डिज़ाइन जैसे कदम उठाए जाएँ ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
निष्कर्ष
नैनीताल फोरलेन हाईवे पर हुआ यह हादसा एक दुखद और चेतावनी भरा उदाहरण है कि तेज रफ्तार और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी कितनी घातक हो सकती है। शिबू कुमार खाटी की असामयिक मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को गहरा आघात पहुँचाया, बल्कि यह समाज के लिए भी एक सबक है कि सड़क पर सावधानी और जिम्मेदारी कितनी महत्वपूर्ण है। प्रशासन को इस हादसे से सबक लेकर सड़क सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में तत्काल कदम उठाने चाहिए।
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